"बहुत शोर हैं यहाँ"
तीखी चुभती आवाज़े हैं यहाँ
हर तरफ चीखे और
आक्रोश भरी नज़रें हैं यहाँ !
गुस्साएं चेहरे........
भावनाओं पर लगे
हज़ार पहरे हैं यहाँ !
बंद होते दरवाज़े
और सिकुड़ती दीवारे हैं यहाँ !
क्यूँ एक कोना नहीं
ठंडी सी प्यारी छाव नहीं
क्या कोई आसरा बचा नहीं
दो पल चैन मिल सके कही !
काश होता कोई दूसरा जहां कहीं
बहुत शोर हैं यहाँ, हर गली, हर कहीं.......
आक्रोश भरी नज़रें हैं यहाँ !
ReplyDeletedifferent attitude about the world .....nice line manali!